RTE uttrakhand right to education : full details

RTE uttrakhand right to education : शिक्षा का अधिकार (Right to Education – RTE) अधिनियम, 2009, भारत सरकार द्वारा पारित एक महत्वपूर्ण कानून है, जो 6 से 14 वर्ष के बच्चों को निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार प्रदान करता है। इस कानून का उद्देश्य हर बच्चे को प्राथमिक शिक्षा (कक्षा 1 से 8 तक) दिलाने का है, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। उत्तराखंड में भी इस अधिनियम को लागू किया गया है, जिससे प्रदेश के बच्चों को शिक्षा का समान अधिकार मिल सके।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

RTE uttrakhand अधिनियम क्या है?

RTE अधिनियम के तहत, सभी बच्चों को निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार दिया गया है। इसका मतलब है कि 6 से 14 वर्ष के बच्चों को सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा मिलेगी और निजी स्कूलों में भी उनके लिए कुछ सीटें आरक्षित रहेंगी। यह कानून इस बात को सुनिश्चित करता है कि कोई भी बच्चा आर्थिक तंगी या सामाजिक परिस्थिति के कारण शिक्षा से वंचित न रहे।

उत्तराखंड में RTE अधिनियम की विशेषताएँ

उत्तराखंड में RTE अधिनियम को विशेष रूप से उन बच्चों की मदद के लिए लागू किया गया है, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और वंचित समुदायों से आते हैं। इस कानून के तहत निजी स्कूलों को 25% सीटें आरक्षित रखनी होती हैं, ताकि इन वर्गों के बच्चों को भी बेहतर शिक्षा प्राप्त हो सके।

आवेदन प्रक्रिया

आरटीई के तहत दाखिला पाने के लिए माता-पिता या अभिभावकों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। यह प्रक्रिया सरल है और राज्य के शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध होती है। आवेदन करते समय कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जरूरत होती है, जैसे:

  • बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)

दाखिले के लिए योग्यता

आरटीई अधिनियम के तहत दाखिला पाने के लिए बच्चे का उम्र 6 से 14 वर्ष के बीच होना चाहिए। इसके अलावा, बच्चे का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) या वंचित समुदाय से होना चाहिए। इन शर्तों को पूरा करने के बाद, आवेदन किया जा सकता है और यदि सीट उपलब्ध होती है, तो बच्चे को स्कूल में दाखिला मिल जाता है।

शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009, उत्तराखंड के बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें शिक्षा का समान अवसर प्रदान करता है। यह कानून यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और उसे अपने भविष्य को बेहतर बनाने का अवसर मिले। उत्तराखंड सरकार इस अधिनियम को प्रभावी ढंग से लागू कर रही है, जिससे राज्य के हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार मिल सके।

आशा है कि आने वाले समय में, RTE अधिनियम के माध्यम से उत्तराखंड के सभी बच्चे शिक्षा की ओर अग्रसर होंगे और प्रदेश का भविष्य उज्ज्वल बनाएंगे।

Leave a Comment